ग़ज़ल क्या है?
लफ़्ज़ों में बायां किए गए वो एहसास जो आप किसी को हासिल करने की ख्वाहिश में कहते है।
या यूं कहूं की बस मेहबूब से बातें करना ही ग़ज़ल है,या एक खूबसूरत एहसास जो सीने में उतार गया हो,
ग़ज़ल वो है जो एक शायर तब कहता है जब उसे कोई ऐसी चीज़ें दिखे समाज में जिसे वो अपने सुखनवरों को बताना चाहता हो, ये किसी औरत पर हो रहे ज़ुल्म के बारे में भी हो सकता है या रोज़ भूखे सो रहे गरीब बच्चों के लिए, एक वक्त था जब ग़ज़ल पर बड़ी बंदिशें थी कि वो सिर्फ इश्क़, मोहब्बत, यार, रकीब, की गलियों में भटक सकती थी उसे इजाज़त नहीं थी कि वो अपने खुशबूदार अल्फाजों से किसी मां के दर्द या खुशी को बायां कर सके या किसी किसान के पसीने की एक बूंद का वज़न बायां कर सके क्यूं ग़ज़ल को मेहबूब के क़दमों में सजा कर रखा जाए क्यूं ग़ज़ल को एक बेशकीमती हीरा बना कर तिजोरियों में रखा जाए, ज़रुरत तो ये है के इसे भटकने दो गलियों में चौबारों पे ताकि ये ग़ज़ल किसी चौराहे पर फटे से कपड़ों में फूटपाथ पर सो रहे एक गरीब बच्चे को अपनी बाहों में भर कर उसका दर्द इस समाज इस दुनिया के सामने लाएं, ज़रुरत तो ये है कि ग़ज़ल एक शहर की तरह हो और उस ग़ज़ल के शेर सड़कों की शक्ल इख्तियार कर लें ताकि हर शेर उस शहर की बेबसी देख पाएं।
अनस आलम।
Best definition of ghazal I have ever seen
ReplyDeleteShukriya 😊 .
Delete....visit karte rahen
काबिल ए तारीफ
DeleteShukriya 😊....visit karte rahen
DeleteCan't find a definition better than that...
ReplyDeleteShukriya 😊 ......visit karte rahen
DeleteAwesome
ReplyDeleteShukriya .......visit karte rahen
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